
दरभंगा मेडिकल कॉलेज के छात्रों द्वारा मचाए गये उपद्रव को लेकर दवा व्यवसायी में आक्रोश व्याप्त हैं। बताते चलें कि बीती 11 मार्च की रात उग्र मेडिकल छात्रों ने मामूली बात को विवाद का तूल देकर एक दर्जन दूकानों को आग के हवाले कर दिया था। इससे हादसा और भी भयंकर रूप धारण कर सकता था, लेकिन समय रहते जान बच गई। हालांकि इस घटना में दवा दूकानदार गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं, वहीं दूसरी ओर कई कार भी जल गई।
अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं
इस घटना के बाद इससे संबंधित सीसीटीवी फुटेज वायरल हो रहे हैं, जिसमें साफ देखा जा रहा है कि मेडिकल स्टूडेंट्स किस तरह गूंडो की तरह झड़प कर रहे हैं। किसी भी नजरिए से उनमें मेडिकल स्टूडेंट् की झलक नहीं दिख रही है। मेडिकल छात्रों का अमानवीय व्यवहार देख लोग चकित हैं, आखिर किस तरह वो गूंडई पर उतर आए हैं। हालांकि अभी तक घटना को लेकर किसी की गिरफ्तारी नहीं की जा सकी है।

घटना के बाद तनाव का माहौल
वहीं दूसरी ओर इस घटना के बाद मेडिकल कॉलेज परिसर और आसपास के सभी इलाकों में तनाव बना हुआ है। तनाव को लेकर डीएमसी के प्राचार्य ने 21 मार्च तक सभी प्रकार के शिक्षण एवं प्रशिक्षण कार्य को रद्द कर दिया है। साथ ही 2020 बैच के छात्रों को छोड़कर अन्य सभी बैच के छात्रों को हॉस्टल खाली करने का निर्देश दिया है। बता दें कि 2020 बैच के छात्रों की परीक्षा चल रही है, जिसके लिए इस बैच को छोड़ अन्य सभी को बंद कर दिया गया है। वहीं डीएमसीएच के प्राचार्य के निर्देश के बाद अधिकांशतः छात्र हॉस्टल छोड़ घर चले गए हैं।

सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दोषियों की पहचान
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस दोषियों को ढ़ूंढ़ रही है। वहीं इसमें पीड़ित दुकानदार तथा घायल एएसआई के बयान पर लहेरियासराय थाने में रिपोर्ट एफआईआर दर्ज कराया गया है। घटना के बाद डीएमसीएच परिसर एवं नाका नंबर-6 पर काफी संख्या में पुलिस बल तैनात हैं, वहीं डॉक्टरों की सुरक्षा में इमरजेंसी तक पुलिस लगातार निगरानी कर रही है।
