उत्तर बिहार का मेडिकल हब कहे जाने वाले दरभंगा के डीएमसीएच में दलालों द्वारा गरीब मरीजों को लूटे जाने का मामला उजागर होने के बाद लोग हतप्रभ रह गए हैं। मालूम हो कि डीएमसीएच में इलाज को लेकर दूर-दराज से मरीज पहुंचते हैं। जिन्हें बरगला कर निजी अस्पताल या क्लिनिक में भेजा जाता है। मालूम हो कि यह मामला कोई नया नहीं है, बल्कि ये सालों से चलता आ रहा है।
लंबे समय से चलता आ रहा ये खेल

हाल-फिलहाल में ये मामला उजागर होने के बाद डीएमसीएच के अधीक्षक ने सिविल सर्जन को इस बारे में पत्र लिखकर दो निजी अस्पतालों में छः माह से इलाजरत मरीजों का डिटेल मांगी है। जिससे ये पता किया जा सकेगा कि उस तिथि में डीएमसीएच में निबंधित तो नहीं कराया गया था। मालूम हो कि डीएमसीएच में ये खेल लंबे समय से चलता आ रहा है। जहां बीच में कभी मामले के प्रकाश में आने पर कुछ दिनों के सब शांत हो जाता है। लेकिन फिर धीरे-धीरे ये धंधा बढ़ने लगता है।
मरीजों पर बिचौलिए की नजर

डीएमसीएच में इलाज कराने वाले आए मरीजों को इलाज सही नहीं होने की बात कहकर बहलाते-फुसलाते हैं। जहां बड़े-बड़े ऑपरेशन में भी कम पैसे लगने की बात कह बाहर कराने का लालच दिया जाता है। और उनसे पैसे लेकर निजी अस्पतालों में भेज दिया जाता है। निजी अस्पतालों में मरीज से इलाज के नाम पर आर्थिक दोहन होता है। इसमें निजी अस्पताल के प्रबंधन समेत डीएमसीएच के कुछ कर्मियों कुछ मिली-भगत है। जो रजिस्ट्रेशन कराने पहुंचे मरीजों को बरगलाते हैं।